देवास के सोनकच्छ में आंगनवाड़ी सहायिका नियुक्ति में 80 हजार रुपये के घोटाले का आरोप, महिला ने कलेक्टर से लगाई गुहार,
देवास में आंगनवाड़ी सहायिका पद की नियुक्ति के लिए एक महिला ने कलेक्टर कार्यालय में शिकायत की है, जिसमें उसने सोनकच्छ के परियोजना अधिकारी प्रवीण जैन पर 80 हजार रुपये रिश्वत लेने और नियुक्ति न देने का आरोप लगाया है। महिला ने आरोप लगाया कि उसके कुछ अंक कम आने के बाद नियुक्ति रोक दी गई और केवल 50 हजार रुपये ही फोन पे के माध्यम से लौटाए गए। इस मामले में कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने संज्ञान लेते हुए शोकाज नोटिस जारी किया है और 3 दिन के भीतर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है।
यह है पूरा मामला-
महिला मनीषा पति सुभाष चौहान निवासी खोनपीरपिपल्या सोनकच्छ न आज कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंची थी।जहां पर उन्होंने आंगनवाड़ी सहायिका की नियुक्ति को लेकर दस्तावेज कलेक्टर को सौंपे। महिला को आंगनवाड़ी सहायिका पद के लिए कुछ अंक कम आने पर नियुक्ति रोक दी गयी थी।
महिला ने आवेदन में कहा की, आंगनवाड़ी में नियुक्ति के लिए 30 अंक कम कर दिये गए। कुछ नंबर का अंतर होने पर महिला ने सोनकच्छ के परियोजना अधिकारी को 80 हजार रुपये डलवाये परंतु नियुक्ति नहीं होने पर अधिकारी ने वापस 50 हजार रुपये फ़ोन पे महिला को भेज दिये थे। राशि के ट्रांजैक्शन को लेकर महिला ने स्क्रीनशॉट दिखाते हुए पूरे मामले की जानकारी दी। अब महिला को ना नियुक्ति दी गई और ना ही पूरे पैसे लौटाए गए। महिला ने कहीं ना कहीं मजबूरी में 80 हजार रुपये अधिकारी को दिए जरूर, लेकिन बचे हुए 30 हजार रुपये महिला के पास वापस नहीं आए। जिसके चलते महिला अपने पति सुभाष व बच्चे सहित जनसुनवाई में आवेदन देने पहुंची। महिला ने बताया कि वह पिछली बार भी जनसुनवाई में आवेदन देने पहुंची थी, लेकिन उसपर कार्रवाई नहीं की गई।
अब कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने उक्त मामले पर संज्ञान लेते हुए महिला एवं बाल विकास अधिकारी रेलम बघेल को पूरे मामले की रिपोर्ट सौंपने व सोनकच्छ के परियोजना अधिकारी प्रवीण जैन को शोकाज नोटिस जारी करने के लिए कहा है। नोटिस का 3 दिन में जवाब नहीं देने पर जांच के आदेश कलेक्टर ने दिये है। कलेक्टर ने कहा है कि सम्भाग कमिश्नर महोदय को रिपोर्ट सौंपी जाएगी और उनके द्वारा ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।