देवास नाका इंदौर सड़क पर भयानक सड़क हादसा,
कंटेनर में घुसी अनियंत्रित कार, एक की मौत तीन गंभीर वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के थे सभी 6 युवा
रेंट पर कार लेकर भोपाल जा रहे थे
इंदौर। देवास नाका चौराहे पर सोमवार तड़के सड़क हादसा हो गया, जिसमें एक युवक की कार में दबने से मौत हो गई। तीन युवकों की हालत गंभीर है और दो का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। सभी युवा रेंट पर ली कार से भोपाल जा रहे थे। अपने दोस्त से मिलने के लिए दिल्ली से ट्रेन में आए थे। वह देर रात कार से भोपाल निकल रहे थे। हादसे में कार चालक धैर्य निवासी मुज्जफरनगर की मौत हो गई।
वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पढ़ाई कर रहे छात्रों का सोमवार तड़के देवास नाका चौराहे पर सड़क हादसा हो गया। भयावह सड़क हादसे में एक छात्र की मौके पर मौत हो गई। कार में सवार 6 छात्र अपने दोस्त के साथ विजय नगर स्थित रम्या होटल में पार्टी कर वापस आष्टा लौट रहे थे। उस दौरान देवास नाका चौराहे पर उनकी कार हादसे का शिकार हो गई।
लोगों ने बताया देवास नाका चौराहे पर निपानिया की ओर से आ रहा कंटेनर मोड़ ले रहा था कि अचानक विजय नगर से तेज रफ्तार कार क्रमांक MP 04 CX 0578 आई जो सीधा कंटेनर के पीछे जा घुसी। टक्कर इतनी तेज थी कि पूरी कार कंटेनर के नीचे दब गई। सड़क हादसे का शिकार हुई कार में तेज साउंड में गाने बज रहे थे। कंटेनर के पीछे फँसी कार में देखा तो फ्रंट की ड्राइविंग सीट पर धैर्य भारद्वाज खून से लथपथ स्तिथि में पड़ा था। पास में बैठे अभय वर्मा की भी वही हालत थी, उसका सिर टक्कर लगने से पूरा खुल चुका था। पीछे की सीट पर मोहित, रोहित पुनिया, श्रेयांश सिंह और विनायक सिंह थे, जिनमें से सिर्फ मोहित की हालत ठीक थी। बाकी तीन डिवाइडर पर खून से सनी हालत में पड़े थे। इनको लोगों से हादसे में बाद कार से बाहर निकाला था। राहगीर एम्बुलेंस पर लगातार कॉल कर रहे थे, लेकिन करीब 45 मिनट तक एम्बुलेंस मौके पर नहीं आई। यह देख कुछ राहगीरों ने बाहर पड़े तीनो छात्रों को पुलिस की गाड़ी में जैसे-तैसे बिठा कर अस्पताल पहुंचाया और आगे की सीट पर बैठे अभय और धैर्य को निकालने का प्रयास किया। थोड़ी देर बाद फ्रंट सीट पर बैठे अभय को भी मश्कत कर बाहर निकाला और देर से आई एम्बुलेंस में लिटा कर अस्पताल रवाना किया। इसी बीच एक राहगीर ने क्रेन बुलवाई और कंटेनर को कार के ऊपर से हटवाया। लोगों ने कार को धक्का देकर कंटेनर के नीचे से निकाला और गेट लोहे के पाइप से खोलने का प्रयास किया, लेकिन वह असफल रहे। बाद में धैर्य को जैसे तैसे कार के ऊपर से खींचकर बाहर निकाला। हादसे में कार चकनाचूर हो गई थी। हालत इतनी भयावह थी कि जो भी देख रहा था, उसके रोंगटे खड़े हो रहे थे। कंटेनर हटने के दौरान लसूड़िया थाना प्रभारी तरेश सोनी भी मौके पर टीम के साथ मौके पर पहुंच गए थे। करीब एक घंटे की मेहनत के बाद ड्राइविंग सीट पर बैठे मृतक धैर्य को लोगों ने बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस ने बताया कि कार में 6 लोग सवार थे, जिसमें से धैर्य भारद्वाज निवासी मुज्जफरनगर की मौके पर मौत हो गई। वहीं, पांच में से दो छात्रों की हालत गंभीर है, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। कार में धैर्य के अलावा अभय वर्मा निवासी नोएडा, रोहित पुनिया निवासी राजस्थान, श्रेयांश सिंह निवासी दिल्ली, विनायक सिंह निवासी मिर्जापुर और मोहित सवार थे। वह अपने दोस्त राज्यवर्धन वसी निवासी विजय नगर से मिलने के लिए दिल्ली से इंदौर आए थे। विजय नगर स्थित रम्या होटल में उन्होंने रूम लिया था और सुबह तड़के आष्टा जाने के लिए सभी निकले थे। उन्होंने कार रेंट पर ली थी। सभी छात्र आष्टा स्थित वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बीटेक की पढ़ाई कर रहे थे। वहीं, यह भी जानकारी सामने आई है कि राज्यवर्धन ने सभी दोस्तों को इंदौर पार्टी करने के लिए बुलाया था। उसने सभी दोस्तों के लिए होटल में रुकने की व्यवस्था करवाई थी। रात में सभी ने शराबखोरी के साथ मुजरा पार्टी भी की, जिसके बाद सभी आष्टा जाने के लिए रवाना हुए थे।