देवास नगर निगम में अचानक सत्ता पक्ष नेता द्वारा लगा यह फ्लेक्स शहर में चर्चा का विषय बना हुआ तो राजनीति में भी,
देवास नगर निगम में अचानक सत्ता पक्ष नेता द्वारा लगा यह फ्लेक्स शहर में चर्चा का विषय बना हुआ तो राजनीति में भी। देवास नगर निगम अभी वर्तमान में एक दिव्यांग पद पर नियुक्ति की जाना है। जिसके लिए देवास के दिव्यांग सरकारी नौकरी के लिए प्रयासरत है तो नगर निगम में कुछ लोग इसमें भी शुभ लाभ देख रहे हैं। और यह बात जब सत्ता पक्ष नेता मनीष सेन को पता लगी तो उन्होंने खुला यह फ्लेक्स लगा दिया और यह साबित कर दिया कि चाहे वह सत्ता पक्ष के नेता हो अपनी ही सरकार में यदि भ्रष्टाचार और रिश्वत का मामला आता है तो खुला विरोध करेंगे। नगर निगम सत्ता पक्ष का यह फ्लेक्स नगर निगम के भ्रष्टाचार की पोल खोल रहा है क्योंकि यू भी देवास नगर निगम पीसी के मामले में पूरे प्रदेश में फेमस है यहां पर सबसे ज्यादा अधिक पीसी देने के बाद भी ठेकेदार को ऑफिस ऑफिस के चक्कर लगाने के बाद नेता नेता के चक्कर लग लगाना पड़ता है। देवास नगर निगम में भ्रष्टाचार के मुद्दे उठने के साथ इस बार तो परिषद में निगम कमिश्नर बिल्कुल असहाय और सुस्त नजर आ रहे हैं नगर निगम में पिछले दो वर्ष से पार्षद और अधिकारियों के बीच के मामले पूरे प्रदेश में चर्चा में रहे हैं तो अब छोटा सा फ्लेक्स भी नगर निगम की कहानी स्वयं कह रहा है। धुआं उठा है तो कहीं तो आग लगी होगी। ऐसे ही नगर निगम के सत्ता पक्ष नेता ने फ्लेक्स इतनी दमदारी से नही लगा दिया । नगर निगम में महापौर सभापति पूरी परिषद भाजपा की है और देवास में विधायक भी भाजपा के और सांसद भी फिर प्रदेश में और केंद्र में सरकार भी भाजपा की है। इसके बाद भी देवास नगर निगम की स्थिति दयनीय है चाहे कितने विकास हो जाए अगर छोटा सा भी भ्रष्टाचार है तो वह सारी मेहनत पर पानी फेर देता है फिर यह तो दिव्यांग का मामला है उनको तो बुलाकर सम्मान के साथ अगर एक पोस्ट खाली है तो उस पर नौकरी देना चाहिए अभी तो हम इतना ही कहेंगे शाबाश सत्ता पक्ष नेता मनीष सेन इतना साहस तो किया।