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देवास के आवास नगर से बड़ी खबर ई-रिक्शा खरीदी में धोखाधड़ी का आरोप, पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को सौंपा शिकायत पत्र

देवास। शहर के आवास नगर निवासी मनोज सिसोदिया ने डांगी मोटर्स के प्रबंधक आशीष डांगी और राजेन्द्र चौधरी पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक देवास को एक लिखित शिकायत सौंपी है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि डांगी मोटर्स से ई-रिक्शा की खरीद के दौरान उसके साथ छल कपट कर न केवल ग़लत चेसीस नंबर का वाहन सौंपा गया, बल्कि जब इस संबंध में आपत्ति की गई तो उसके खिलाफ झूठे केस में फँसाने की धमकी दी गई। मनोज सिसोदिया ने बताया कि उसने अपने भाई पुरुषोत्तम सिसोदिया के लिए दिनांक 29 अक्टूबर 2024 को डांगी मोटर्स से ई-रिक्शा खरीदा था। इसके लिए 40,000 की डाउन पेमेंट राशि अदा की गई थी। वाहन का बिल चेसीस नंबर M2TSX2E11R2C04672 पर बना, लेकिन वास्तव में उसे चेसीस नंबर M2TSX2E11R2C04077 वाला रिक्शा सौंपा गया।

 जब प्रार्थी ने इस गड़बड़ी की जानकारी मिलने पर डांगी मोटर्स से वास्तविक वाहन की मांग की, तो आरोपितों ने ना सिर्फ असहयोग किया बल्कि थाना नाहर दरवाजा में झूठा आवेदन देकर उसे परेशान करने की कोशिश की। शिकायत में उल्लेख किया गया है कि पुलिस की उपस्थिति में उसे धमकाया गया कि या तो रिक्शा वापस कर दे या 420 जैसी धाराओं में झूठा केस झेलने के लिए तैयार रहे। प्रार्थी का यह भी आरोप है कि डांगी मोटर्स ने पहले उसे सरकारी बैंक से लोन दिलाने का आश्वासन दिया था, परन्तु बाद में लोन करवाने से मना कर दिया गया और अब वाहन की पूरी कीमत नकद जमा करने का दबाव डाला जा रहा है। मनोज सिसोदिया ने बताया कि डांगी मोटर्स पूर्व में भी कई ग्राहकों के साथ ऐसी धोखाधड़ी कर चुकी है। 

      उक्त मामले को लेकर आवेदक श्री सिसोदिया व उनके अभिभाषक अमितेश पाण्डेय अति. पुलिस महोदय भदौरिया से मिले व प्रकरण से अवगत कराते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की। जिस पर श्री भदौरिया जी द्वारा निष्पक्ष जांच हेतु प्रकरण को बीएनपी थाना क्षेत्र में हस्तांतरित किए जाने का निर्देश दिया तथा मनोज सिसोदिया को आश्वस्त किया कि पुलिस द्वारा निष्पक्ष कानूनी कार्यवाही की जावेगी। इस पूरे प्रकरण से मानसिक रूप से परेशान पीडि़त ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि आरोपितों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर न्याय दिलाया जाए, साथ ही उसे उसका भुगतान किया गया 40,000 वापस दिलवाया जाए या फिर बिल के अनुसार सही चेसीस नंबर वाला ई-रिक्शा प्रदान किया जाए।

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